रोना बंद करो
एक दिन लड़के ने उस लड़की की आंखों को ठीक कराने का दृढ़ निश्चय किया और एक बहुत बड़े हॉस्पिटल में 'आंखों के डॉक्टर' से उस लड़की की आंखों का चेकअप कराया. चेकअप के बाद डॉक्टर ने लड़के से कहा-- "यह लड़की फिर से दुनिया को देख सकती है, बशर्ते इनको कोई अपनी आंखें दान कर दें".
लड़के ने कुछ समय सोचने के बाद डॉक्टर से लड़की की आंखों का ऑपरेशन करने के लिए कहा. लड़की की आंखों का ऑपरेशन हो गया और सब कुछ सही रहा. कुछ समय बाद जब लड़की की आंखों से पट्टी हटाई गई तो लड़की ने सबसे पहले उस लड़के से मिलने की इच्छा जाहिर की. लेकिन जब लड़की उस लड़के से मिली, तो उसे पता चला कि वह लड़का भी अंधा है.
लड़की का दिल बैठ सा गया. उसने न जाने क्या-क्या अरमान सजा रखें थे, उस लड़के के प्रति जो उसे एक पल में ही टूटते हुए नजर आ रहे थे. लेकिन उस लड़की ने अपने सभी अपेक्षाओं पर पानी फिरता देख किसी और लड़की से शादी कर ली. जब यह खबर लड़के को पता चली तो उससे यह बर्दाश्त ना हुआ और वह बीमार रहने लगा. एक दिन उस लड़के की एक रोड एक्सीडेंट के दौरान मौत हो गई.
जब यह खबर लड़की को पता चली तो लड़की जोर जोर से रोने लगी. तभी उसे एक अदृश्य आवाज सुनाई दी--" तुम मेरे दिल को तो संभाल न सकी, कम से कम मेरी आंखों का तो ख्याल रखो और रोना बंद करो". लड़की को यह आवाज कुछ जानी पहचानी लगी.